
रिश्वत लेते रंगे हाथों रानीगंज बीडीओ और अकाउंटेंट गिरफ्तार!
अररिया, रंजीत ठाकुर : रानीगंज प्रखंड कार्यालय परिसर में मंगलवार देर रात निगरानी विभाग की टीम ने बड़ी कार्रवाई करते हुए प्रखंड विकास पदाधिकारी रितम चौहान और उनके अकाउंटेंट आदित्य प्रियदर्शी को डेढ़ लाख रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया। निगरानी विभाग की 12 सदस्यीय टीम ने रानीगंज पुलिस के सहयोग से बीडीओ के आवास पर छापेमारी की और दोनों को रिश्वत की राशि के साथ पकड़ा। फिलहाल खबर लिखें जाने तक निगरानी विभाग की टीम बीडीओ के आवास की गहन तलाशी अभियान में जुटी थी।
जानकारी के अनुसार, यह कार्रवाई उपप्रमुख कलानंद सिंह की शिकायत पर की गई, जिन्होंने विशेष निगरानी इकाई पटना को बीडीओ के खिलाफ रिश्वतखोरी की शिकायत दर्ज की थी।
उपप्रमुख ने बताया कि बीडीओ रितम चौहान ने किसी कार्य के लिए उनसे डेढ़ लाख रुपये की रिश्वत मांगी थी, जिससे वह काफी परेशान थे। इसके बाद, उन्होंने सोमवार को पटना में निगरानी विभाग से संपर्क किया। विभाग ने त्वरित कार्रवाई करते हुए मंगलवार रात करीब 10 बजे छापेमारी की योजना बनाई और बीडीओ व उनके अकाउंटेंट को रंगे हाथों पकड़ लिया।
बिहार सरकार की भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति के तहत यह कार्रवाई की गई। उपप्रमुख ने बताया कि निगरानी विभाग ने उनकी शिकायत पर तुरंत संज्ञान लिया और इस ऑपरेशन को अंजाम दिया। उन्होंने कहा कि सरकार का यह कदम भ्रष्टाचारियों के खिलाफ सख्त संदेश देता है कि किसी भी रिश्वतखोर को बख्शा नहीं जाएगा।निगरानी विभाग की टीम अब बीडीओ के आवास और कार्यालय से संबंधित दस्तावेजों की जांच कर रही है ताकि अन्य संभावित अनियमितताओं का पता लगाया जा सके। इस घटना ने स्थानीय स्तर पर हड़कंप मचा दिया है और प्रशासनिक अमले में भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्ती की मांग को और बल मिला है। यह कार्रवाई बिहार में भ्रष्टाचार के खिलाफ चल रही मुहिम का हिस्सा है, जो जनता में विश्वास जगाने का प्रयास करती है।